अटल विचार है व्यवहार है जेठ की भरी दोपहरी के बिहारी प्रज्वलित मशाल है। अटल विचार है व्यवहार है जेठ की भरी दोपहरी के बिहारी प्रज्वलित मशाल है।
सकारात्मकता ही सकारात्मकता हो, जब भी हम कोई पर्व मनाएँ।। सकारात्मकता ही सकारात्मकता हो, जब भी हम कोई पर्व मनाएँ।।
शक्ति मन की ,विश्वास मन की उत्साह मन की , धैर्य मन की। शक्ति मन की ,विश्वास मन की उत्साह मन की , धैर्य मन की।
निमंत्रण करो शक्ति का, आकृति निर्दोष हो निमंत्रण करो शक्ति का, आकृति निर्दोष हो
जो अनवरत स्नेह देती है, बदले में कुछ नहीं लेती है। जो अनवरत स्नेह देती है, बदले में कुछ नहीं लेती है।
दशमी में शास्त्रों और शस्त्रों की पूजा होती है, विसर्जन के समय हर आँख रोती है, दशमी में शास्त्रों और शस्त्रों की पूजा होती है, विसर्जन के समय हर आँख रोती है...